Mumbai stint comes to an end. Next week I will be in Chennai. New place, new people. Spent the last entire week at various farewell lunches and dinners.
It is difficult to say good bye. Always...and I am an emotional fool for that.....but then this time I am looking forward to it...
Saturday, December 20, 2008
Saturday, December 13, 2008
no title.....
कुछ सपने टूटने के लिए ही देखे जातें हैं
कुछ अरमान कभी पुरे नही होतें
कहीं दूर गंगन में उभरा इन्द्रधनुस,
अपना कभी नहीं होता.
सपने टूट गए तो कया गम है,
फिर से नए देख लेंगे,
आख़िर एक ही तो तजुर्बा है हम में
सपने देखते ही रह जायेंगे..........
pathetic spellings....but then, my Hindi spellings were always a pain for my teachers
कुछ अरमान कभी पुरे नही होतें
कहीं दूर गंगन में उभरा इन्द्रधनुस,
अपना कभी नहीं होता.
सपने टूट गए तो कया गम है,
फिर से नए देख लेंगे,
आख़िर एक ही तो तजुर्बा है हम में
सपने देखते ही रह जायेंगे..........
pathetic spellings....but then, my Hindi spellings were always a pain for my teachers
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